Thursday, 29 November 2018

कुछ कुछ से कुछ कुछ--बाल गीत-- देवेन्द्र कुमार


कुछ कुछ से कुछ कुछबाल गीत—देवेंद्र कुमार


 

कुछ कुछ से कुछ कुछ करते हैं हम

तुम भी कुछ लाओ यह कुछ है कम

 

कैसा भी मौसम हो आओ हम गाएं

जो रहते दूर-दूर उन्हें पास लाएं

प्यास बहुत सारी और पानी है कम

कुछ कुछ से कुछ कुछ करते हैं हम

 

कितना भी गुस्सा हो हंस दो जरा सा

खाली घड़ा भी लगे भरा भरा सा

लड़ना लड़ाई से जब तक है दम

कुछ कुछ से कुछ कुछ करते हैं हम

 

तू मेरा, मैं तेरा सब सबके कैसे

बस रस में डूबे हों रसगुल्ले जैसे

बांटो और खाओ होंगे ना कम

कुछ कुछ से कुछ कुछ करते हैं हम

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Sunday, 25 November 2018

जन्म दिवस का गुलदस्ता--बाल गीत--देवेन्द्र कुमार


जन्मदिवस का गुलदस्ता---बाल गीत—देवेन्द्र कुमार
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या तो सबका साथ मनाएं

या फिर रोज मनाएं हम

जन्मदिवस का गुलदस्ता जी

एक बड़ा बनवाएं हम

 

जन्मदिवस मेरे बस्ते का

भालू का, मेरी गुडि़या का

कैरम का, कम्प्यूटर जी का

सबका यहीं मनाएं हम

 

बोलो कभी मना है ऐसा

मेरा जन्मदिवस है जैसा

पूरा शहर बुलाएं हम

नाचें, धूम मचाएं हम
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Saturday, 24 November 2018

डगमग डोले --बाल गीत --देवेन्द्र कुमार


डगमग डोले—देवेन्द्र कुमार –बाल गीत

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छोटी नैया डगमग डोले

मां की कथा कहानी में

 

मांझी ने अब नाव चलाई

नदिया ने भी लहर उठाई

नाव नदी का साथ पुराना

जैसे मछली पानी मे
दादीजी झट उठकर आईं

नई कहानी तुरत बनाई

बोली-हमें बुलाया बच्चो

परियों की महारानी ने
 

सुनते-सुनते आंखें भारी

भूल गए हम बातें सारी

ना परियां ना जादू-टोना

भैंस गई लो पानी में
 

छोटी नैया डगमग डोले

मां की कथा कहानी में

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