Sunday, 10 January 2016

बाल गीत : उनका मौसम

                                                                         
उनका मौसम

गरमी को पानी से धोएं

बारिश को हम खूब सुखाएं

जाड़े को फिर सेंक धूप में

अपनी दादी को खिलवाएं

कैसा भी मौसम आ जाए

उनको सदा शिकायत रहती

इससे तो अच्छा यह होगा

उनका मौसम नया बनाएं

कम दिखता है, दांत नहीं हैं

पैरों से भी चल न पातीं

बैठी-बैठी कहती रहतीं

न जाने कब राम उठाएं

शुभ-शुभ बोलो प्यारी दादी

दर्द भूल कर हंस दो थोड़ा

आंख मंूदकर लेटो अब तुम

बच्चे सुंदर लोरी गाएं

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