खटमिठ प्यार—देवेन्द्र कुमार –बाल गीत
अपन तुपन का खटमिठ प्यार
मेरे पापा तेरे पापा
कितने अच्छे दोस्त पुराने
फिर भी हम लड़ते रहते हैं
ऐसा क्यों है मेरे यार
पास-पास हम दोनों के घर
सुबह शाम मिलते हैं छत पर
छोटी सी टाफी को लेकर
क्यों फिर की हमने तकरार
मैंने टंगड़ी मार गिराया
उलट-पलट फिर कैसे तूने
मेरे बदले खाई मार
अपन-तुपन का खटमिठ प्यार।
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